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राजपथ पर उतरे युद्ध में पाकिस्तान को धूल चटाने वाले 50 साल पुराने सेंचुरियन, पीटी-76 टैंक और हथियार

नई दिल्ली: आज पूरा भारतवर्ष धूम-धाम से गणतंत्र दिवस (Republic Day) मना रहा है। ऐसे में आज गणतंत्र दिवस परेड (Republic Day Parade) में भारतीय सेना ने सेंचुरियन टैंक, पीटी-76 टैंक, 75/24 पैक हॉवित्जर और ओटी-62 टोपाज बख्तरबंद वाहन जैसे कई प्रमुख हथियार का प्रदर्शन किया। बता दें, इन हथियारों ने 1971 में भारत-पाकिस्तान के युद्ध में भारत के विजय की मुख्य भूमिका निभाई थी। इसी युद्ध के बाद बांग्लादेश का सृजन भी हुआ था।
आपको बता दे कि, भारत ने 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर जीत का जश्न मनाने के लिए 2021 में स्वर्णिम विजय वर्ष मनाया था।
गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर भारतीय सेना की मशीनीकृत टुकड़ियों ने एक पीटी-76 टैंक, एक सेंचुरियन टैंक, एक ओटी-62 टोपाज बख्तररबंद, दो एमबीटी अर्जुन एमके-आई टैंक, एक बीएमपी-आई पैदल टुकड़ी वाले वाहन और दो बीएमपी-द्वितीय पैदल टुकड़ी वाले वाहनों का प्रदर्शन राजपथ पर किया था।
सूत्रों के मुताबिक, एक 75/24 पैक हॉवित्जर, दो धनुष हॉवित्जर, पुल बनाने वाली दो सर्वत्र प्रणाली,पुल बनाने वाली पीएमएस प्रणाली, एक टाइगर कैट मिसाइल प्रणाली, एक एचटी-16 इलेक्ट्रॉनिक युद्धक प्रणाली, दो तरण शक्ति इलेक्ट्रॉनिक युद्धक प्रणाली, और दो आकाश मिसाइल प्रणाली भी भारतीय सेना द्वारा गणतंत्र दिवस परेड(Republic Day Parade) में मैकेनाइज्ड कॉलम में शामिल की गयी थी।

Republic Day Parade

साथ ही आज हुई गणतंत्र दिवस परेड (Republic Day Parade) में ‘‘द पूना हॉर्स” रेजिमेंट के सेंचुरियन टैंक की टुकड़ी का नेतृत्व ‘कैप्टन राहुल शर्मा’ के द्वारा किया गया। आपको बता दें कि, वर्ष 1971 के भारत-पाक युद्ध में भी इसकी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका थी।
गणतंत्र दिवस परेड (Republic Day Parade) में पीटी-76 टैंक का नेतृत्व 69 आर्मर्ड रेजिमेंट के ‘कैप्टन अंशुमान तिवारी (Captain Anshuman Tiwari) कर रहे थे। पीटी-76 टैंक ने भी 1965 और 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्धों में भूमिका निभाई थी।
सन् 1971 के युद्ध में गरीबपुर की लड़ाई में केवल 14 पीटी-76 टैंकों के साथ भारतीय सेना की पैदल सेना बटालियन पाकिस्तानी सुरक्षा बलों की एक बड़ी ब्रिगेड को भारी नुकसान पहुँचा कर खुद को फिर से साबित कर दिया था। गरीबपुर की लड़ाई के दौरान, कई पाकिस्तानी एम 24 चाफी टैंक भारतीय सेना द्वारा नष्ट कर दिए गए थे।
ओटी-62 टोपाज बख्तरबंद वाहन ने भी 1971 के युद्ध के दौरान भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। आज गणतंत्र दिवस परेड (Republic Day Parade)  के दौरान इसका नेतृत्व मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री रेजिमेंट के ‘मेजर रवि कुमार (Major Ravi Kumar)’ द्वारा किया गया। 75/24 पैक हॉवित्जर पहली स्वदेशी रूप यानि भारत से विकसित माउंटेन गन थी।
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