काशी में शुक्रवार शाम को रोड शो के बाद आज सुबह कालभैरव मंदिर पहुँचे अखिलेश यादव

समाजवादी पार्टी(Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव(Akhilesh Yadav) ने वाराणसी में शुक्रवार देर शाम को मेगा रोड शो करने के बाद शनिवार सुबह काशी के मंदिरों में भी मत्था टेका। बता दें, महामृत्युंजय मंदिर और बाबा काल भैरव के दरबार में हाजिरी लगाकर अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश चुनाव में विजय होने का आशीर्वाद मांगा। ऐसे में वहाँ पर सपा के दक्षिणी प्रत्याशी किशन दीक्षित(Kishan Dixit) और बड़ी संख्या में सपा समर्थक व कार्यकर्ता भी उनके साथ मौजूद रहे।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव(Akhilesh Yadav) ने आज सुबह कालभैरव मंदिर में विधिवत दर्शन-पूजन कर बाबा का आशीर्वाद लिया। फिर अखिलेश यादव कालभैरव मंदिर से महामृत्युंजय मंदिर तक पैदल ही गए। जहाँ उन्होंने दर्शन-पूजन कर बाबा का चरणामृत ग्रहण किया और उनका आशीर्वाद लिया। इसके बाद पूरे मंदिर परिसर का अखिलेश यादव ने भ्रमण किया।
आपको बता दें, सपा के कार्यकर्ताओं व समर्थकों में अखिलेश यादव से मिलने और उनके साथ सेल्फी लेने की होड़ मची हुई थी। जिसका सपा प्रमुख ने भी पार्टी के कार्यकर्ताओं का पूरे गर्मजोशी से अभिवादन किया और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में पूर्ण बहुमत से उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार आने की बात कही। बाबा धाम में दर्शन-पूजन के बाद अखिलेश यादव सर्किट हाउस की ओर रवाना हो गए।
अखिलेश यादव(Akhilesh Yadav) ने काशी के कोतवाल कहे जाने वाले बाबा काल भैरव मंदिर की गलियों के स्थानीय लोगों से मुलाकात भी की। बता दें, इससे पहले शुक्रवार रात को अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए पहुँचे थे। जहाँ उन्होंने विधिवत दर्शन- पूजन कर बाबा से विजय होने का आशीर्वाद लिया। आज शाम चुनाव प्रचार खत्म होने से पहले अखिलेश यादव पूर्वांचल के अलग-अलग जिलों में कई जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
सूत्रों के मुताबिक, समाजवादी पार्टी(Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का काशी में एक अलग ही रूप देखने को मिल रहा है। शुक्रवार को देर शाम रोड शो के दौरान अखिलेश त्रिशूल और डमरू के साथ लोगों से रूबरू हुए।
काशी नगरी में राजनीतिक पारा सातवें चरण के चुनाव से पहले-पहले सातवें आसमान पर जा पहुँचा है। इस चरण में 54 सीटों पर होने वाले चुनाव में जातीय समीकरण बहुत ही मायने रखने वाला है। यही वजह है कि जिस पार्टी को जहाँ मौका मिल रहा है, वह जातीय समीकरण को साधने में लगा हुआ हैं। अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी भी इसमें पीछे नहीं हैं।
बता दें, शुक्रवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(PM Narendra Modi) ने अपने रोड शो के दौरान काशी विश्वनाथ धाम में डमरू बजाया तो वहीं दूसरी ओर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव(Akhilesh Yadav) ने भी इसके जवाब में हाथ में बाबा का त्रिशूल और डमरू लेकर वाराणसी के लोगों का दिल जीत लिया।
समर्थक भी अखिलेश के इस नए अंदाज को देख खुश दिखे। रथयात्रा चौराहे से लेकर निकलकर गिरजाघर तक जाने के दौरान अखिलेश यादव ने बीच-बीच में त्रिशूल और डमरू कई बार बाहर निकाला। इस दौरान समर्थक हर-हर महादेव का जयघोष करते दिखे।
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