मथुरा में दलित परिवार द्वारा बसपा को वोट देने पर, दूसरे पार्टी के समर्थको के द्वारा घर मे घुसकर किया हमला

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में चल रहें विधानसभा चुनाव (Assembly Election) के बीच मथुरा जिले के एक गांव में एक दलित परिवार ने यह आरोप लगाया है कि बीते रविवार परिवार द्वारा बहुजन समाज पार्टी (BSP) को वोट देने पर कुछ लोगों ने उन पर हमला किया है। जिसके बाद उन्होंने पुलिस में इसकी शिकायत दी है।
आपको बता दें, दलित परिवार का कहना है कि बसपा को वोट देने के लिए कुछ लोगों ने जबरन उनके घर घुस में उन पर हमला किया। इस घटना को लेकर पुलिस का कहना है कि इस घटना का उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) से कोई लेना देना नहीं है। हालांकि, इस शिकायत के बाद गांव के सात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गयी है और आगे की कार्यवाही की जा रही है।
दलित परिवार का कहना है कि जिस दिन वोटिंग हो रही थी उस दिन उन्होंने अपनी इच्छा से बसपा को वोट दिया था। मगर गाँव के ही कुछ लोगों ने उन पर इसलिए हमला कर दिया, क्योंकि उन्होंने बसपा (BSP) के पक्ष में मतदान किया था। उनका कहना है कि इसको लेकर पुलिस के में शिकायत दे दी गई है।
हालांकि, पुलिस यह कह रही है कि हमें यह सूचना प्राप्त हुई थी कि रविवार को एक घर पर कुछ उपद्रवी तत्वों ने हमला किया था। वहीं FIR दलित परिवार के द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया है। प्राथमिकी में कहा गया है कि आरोपियों ने एक पार्टी को वोट देने पर आपत्ति जाहिर की थी और जिसके बाद यह हमला हुआ था।
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस का कहना है कि इस मामले में तफ्तीश के दौरान पता चला कि यह मारपीट एक क्रिकेट मैच को लेकर हुई थी और जिसके बाद इसे चुनाव से जोड़ दिया गया है। पुलिस के अनुसार, आगे की जाँच चल रही है, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
बता दें, पुलिस ने यह भी कहा कि उनके पास परिवार के वीडियो बयान मौजूद हैं, जो इस बात से इनकार करते हैं कि यह घटना चुनाव से संबंधित थी। लेकिन दलित परिवार ने अपनी FIR में यह आरोप लगया है कि सात लोग उनके घर में घुस आए और उनके साथ मारपीट भी की।
परिवार के अनुसार, बसपा को वोट देने के कारण ही उनके साथ मारपीट की गई थी। क्योंकि उन्होंने आरोपियों की पार्टी को नहीं, बल्कि चुनाव चिन्ह ‘हाथी’ पर वोट दिया। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि दलित परिवार पर हमला करने वाले खुद किस पार्टी के समर्थक थे।
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