Fasting:कोटे की दुकान के लिए धरना के पहले दिन तहसीलदार और एसडीएम धरना स्थल पर पहुंचे वार्ता हुआ विफल
Fasting: ( कम्प्यूटर जगत ) कुशीनगर जनपद के सहकारी सस्ते गल्ले की दुकान के चयन में अनियमितता को लेकर ग्रामीणों का ग्राम पंचायत अडरौना के पंचायत भवन पर चल रहा धरना दूसरे दिन अनिश्चित कालीन आमरण अनशन में तब्दील हो गया।
उप जिलाधिकारी कप्तानगंज धरने के पहले दिन बुद्धवार की शाम को धरना स्थल पर पहुंच कर धरना दे रहे ग्रामीणों से वार्ता किए लेकिन वार्ता विफल हो गया!
ग्रामीण अपनी मांगो पर अडिग है।धरना के दूसरे दिन धरना देरही महिला झीनकी देवी पत्नी मदन का तबियत बिगड़ गया जिसको 108 एंबुलेंस से सी एच सी रामकोला में भर्ती कराया गया जहां उसका इलाज चल रहा है।
धरना दे रही महिला के तबियत खराब होने के बाद धरना अनिश्चित कालीन आमरण अनशन में तब्दील हो गया है।
जानकारी के अनुसार विकास खंड रामकोला अंतर्गत ग्राम पंचायत अडरौना में सहकारी सस्ते गल्ले की दुकान के चयन हेतु पांचवीं बैठक दिनांक 9 जनवरी 2025 को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अनुसार हुआ जिसमें एक समूह के पक्ष में प्रस्ताव हुआ
लेकिन ग्रामीण उस समूह के पक्ष में नहीं है और ब्लॉक प्रशासन एवं ग्राम प्रधान पर मिली भगत से दुकान के चयन में धांधली का आरोप लगाते हुए विगत 10 जनवरी को उप जिलाधिकारी कप्तानगंज से मिल कर शिकायती पत्र दिए।
तथा जिलाधिकारी को पत्र लिखकर सूचना दिया कि अगर ग्राम पंचायत अडरौना के सहकारी सस्ते गल्ले की की दुकान के चयन में हुई धांधली की जांच कर निष्पक्ष तरीके से चुनाव नहीं हुआ तो 15,जनवरी 2024 से ग्रामीण अनिश्चित कालीन आमरण अनशन पर बैठेंगे।ग्रामीणों का कहना है
जिलाधिकारी द्वारा अनुमोदित चार समूहों के बीच मतदान करा कर दुकान आवंटन किया जाए जब तक हमारी मांग नहीं पूरी होगी तब तक हमलोग आमरण अनशन पर बैठे रहेंगे चाहे हमारी जान ही चली जाय।
आमरण अनशन पर विजय कुमार मद्धेशिया,वकील अंसारी,राजेश भारती,दशरथ चौहान,शैलेश विश्वकर्मा,महेश भारती,रघुनाथ पूर्व प्रधान,टुनटुन मद्धेशिया, तथा अनशन पर जिनकी देवी, रीता देवी किरन देवी,रेखा देवी,मंजू देवी,ज्योति,रंजना,राधिका, पुष्पा,रीमा,सीमा,बबीता, तिजिया आदि बैठी है।
ग्रामीणों के आरोप और उनके द्वारा किए जा रहे धरना एवं अनशन के संबंध में खण्ड विकास अधिकारी रामकोला विजय कुमार सिंह ने बताया कि कोटे की दुकान के चयन में गांव में संचालित समूह के ग्रेडिंग के अनुसार ही दुकान का आवंटन हो सकता है,दुकान के चयन में मतदान की प्रक्रिया नहीं है।
उप जिलाधिकारी से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनका मोबाइल स्विच ऑफ होने के चलते बात नहीं हो पाई।