Hunger strike:आमरण अनशन के तीसरे दिन प्रशासन ने कोटे के प्रस्ताव को निरस्त कर पुनः नियमानुसार प्रस्ताव की मानी बात
Hunger strike: ( कम्प्यूटर जगत ) कुशीनगर।विकास खंड के अडरौना गांव में राशन वितरण की दुकान के चयन में अनियमितता को लेकर ग्रामीण तीन दिन से आमरण अनशन पर बैठे थे
जिसमे अनशन कर रहे 10 लोगो की तबीयत खराब हुई जिसके इलाज के लिए स्वस्थ विभाग की टीम मौके पर थी। डॉक्टरों ने तीन ग्रामीणों की हालत गंभीर बताई है।
आमरण अनशन स्थल पर सु भासपा के पूर्व विधायक रामानंद बौद्ध,आजाद समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष राहुल चौधरी,सभासद छोटे लाल भारती,जिला पंचायत सदस्य हरिलाल कुशवाहा एवं उपजिलाधिकारी कप्तानगंज विकास चंद्रा अनशनकारी ग्रामीणों से वार्ता कर ग्रामीणों की मांगे मान कर आमरण अनशन को समाप्त करा दिया।
बताते चले कि रामकोला ब्लाक स्थित अडरौना गाव से ग्रामीण कुछ दिन पहले कप्तानगंज तहसील पहुच अपना विरोध दर्ज कराया था।
उन्होंने गाव के कोटे हेतु हुए चयन प्रक्रिया ने नियमो को दरकिनार करते हुए अधिकारियों द्वारा मनमानी करने का आरोप लगाया है।
साथ ही ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर कोटे के चयन नियमानुसार और निष्पक्ष नही कराया गया तो 15 जनवरी से ग्रामीण आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे।
जब अधिकारियों ने बात नही सुनी तो ग्रामीण आमरण अनशन पर बैठ गए है। तीन दिनों में 10 लोगो की हालत खराब होगी
अनशन कर रहे ग्रामीणों का आरोप है कि इस गांव की दुकान शासनादेश के अनुसार समूह की महिलाओं के नाम पर चयन होना है।
ब्लॉक के अधिकारी सत्ता पक्ष के कहने पर गांव के प्रधान के रिश्तेदार के समूह की महिला को वरियता दे रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अगर समूह में से ही चयन होना है तो गांव में चार समूह हैं, इनका चयन खुले में किया जाए तथा कोटे के दुकान के इच्छुक समूहों में वोटिंग करा कर किया जाए।
तीन दिनों से चल रहे ग्रामीणों का आमरण अनशन के तीसरे दिन शुक्रवार को सु भासपा के पूर्व विधायक रामानंद बौद्ध पहुंचे उसके बाद उप जिलाधिकारी कप्तानगंज विकास चंद्रा,जिला पंचायत सदस्य हीरा लाल कुशवाहा द्वारा आमरण अनशन कर रहे ग्रामीणों से वार्ता शुरू किए इसी बीच तीन अनशनकारियों का तबियत खराब हो गया
जिसको डॉक्टरों की टीम ने जांच किया और हालत गंभीर बताया। 6 घंटे बाद पूर्व विधायक चले गए उसके बाद शाम 6 बजे उप जिलाधिकारी कप्तानगंज विकास चंद्रा ने पूर्व में हुए
कोटे के प्रस्ताव को निरस्त करते हुए नियमानुसार पुनः प्रस्ताव की लिखित घोषणा की उसके बाद तीन दिनों से चल रहा आमरण अनशन समाप्त हो गया।
इस मौके पर खंड विकास अधिकारी विजय कुमार सिंह,,सप्लाई इंस्पेक्टर डॉ.यस के गुप्ता,राहुल चौधरी,शैलेश , कोतवाली पडरौना की पुलिस एवं सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।