Kaalee Maan:सनसनीखेज मामला:पुजारी ने काली मां को प्रकट करने का दावा करते हुए चाकू से काटकर चढ़ा दी अपनी गर्दन
Kaalee Maan: उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक पुजारी ने काली मां को प्रकट करने का दावा करते हुए अपनी गर्दन काट चढ़ा दी।
चाकू लगते ही गर्दन से खून की धारा बहने लगी और पुजारी छटपटाते हुए जमीन पर लहूलुहान होकर गिर पड़ा। पति की चीख सुनकर पत्नी भी दौड़ पड़ी।
पति को लहूलुहान हालत में देखकर महिला के भी होश उड़ गए। आनन-फानन में पुजारी को अस्पताल ले गाया गया, वहां से उसे बीएचयू ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया,
लेकिन रास्ते में ही पुजारी ने दम तोड़ दिया। पुजारी की इस हरकत को देखकर हर किसी के रोंगहटे खड़े हो गए हैं।
परिजनों ने बताया कि वह आधी रात से पूजा कर रहा था। दोपहर में अचानक अपना गला रेत लिया। वह कर्मकांड कराकर अपनी आजीविका चलाता था।
मामला दो दिन पुराना है। पुलिस के अनुसार गायघाट के सूरज प्रसाद मेहरा के मकान में 40 वर्षीय अमित शर्मा पत्नी जूली और 10 साल के बेटे समीर के साथ सात साल से किराए के मकान में रहता है।
वह नियमित श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर और क्षेत्र के अन्य मंदिरों में दर्शन करने जाता था। वह कर्मकांड करके अपने घर की आजीविका चलाता था।
सोमवार रात उसने पत्नी से कहा कि वह मंगलवार को मां काली को प्रकट करेगा। इसके लिए उसने रात 12 बजे आंगन में दिया जलाकर भगवान शंकर, काली मां और अन्य देवी-देवताओं की तस्वीरें रखकर पूजा शुरू की। मंगलवार दोपहर करीब 12.30 बजे जोर-जोर से देवी-देवताओं के जयकारा लगाने लगा।
बोला काली मां प्रकट हो और फिर धारदार चाकू से अपना गला रेत लिया। चाकू लगते ही गर्दन से खून की धारा बहने लगे। इसके बाद पुजारी चीख पड़ा।
पति की चीख सुनकर रसोई से पत्नी भागकर पहुंची तो पुजारी लहुलूहान हालत में पड़ा था। पत्नी की चीख-पुकार सुनकर अन्य लोग मौके पर पहुंच गए और पुजारी को लेकर कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल पहुंचे।
जहां से उसे बीएचयू ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। हालांकि रास्ते में उसने दम तोड़ दिया।
पत्नी के साथ पड़ोसी भी इस हरकत से सकते में आ गए
गायघाट क्षेत्र में मां काली को अवतरित करने का दावा करके अपना गला काटने वाला अमित शर्मा दिन-रात पूजा में लीन रहता था।
घटना से कुछ देर पहले पूजा के दौरान वह जोर-जोर से कह रहा था…मां काली प्रकट हो, मां काली प्रकट हो।
भगवान अवतरित हों। इसी दौरान उसने गला रेत लिया। गला रेतने से खून का फव्वारा फूट पड़ा।
आंगन में वह चीखने-चिल्लाने लगा। शोर सुनकर जब पड़ोसी पहुंचे तो वहां दृश्य भयावह था। सामने देवी-देवताओं की प्रतिमा थी।
तस्वीरों के सामने दीपक जल रहे थे। तंत्र-मंत्र की सामग्री थीं। कोतवाली थाना प्रभारी राजीव कुमार सिंह ने बताया कि मौके पर पुलिस पहुंची तो दीया जल रहा था।
शिव, काली समेत अन्य देवी-देवताओं की पूजा की गई थी। मकान मालिक के परिवार के लोग पहुंचे तो अवाक रह गये। पुलिस को बताया किअमित आसपास के लोगों से बहुत कम बात करता था।
सुबह भी पत्नी से बोला था, आज मां को प्रकट कर लेगा
मंगलवार सुबह भी अमित ने पत्नी से कहा था कि आज उसके जीवन की सिद्धि पूरी होगी। क्योंकि आज वह मां काली और अन्य देवी-देवताओं को प्रकट कर लेगा।
पूजा-पाठ की सामग्रीं पत्नी ने भी जुटाई थीं। हालांकि पत्नी को यह अहसास नहीं था कि पति गला रेत लेगा।