Sugarcane: अधिक उपज के लिए पेड़ी गन्ने की गुड़ाई कर उर्वरक प्रयोग करें किसान:ओमप्रकाश गुप्ता
Sugarcane: बसंत कालीन गन्ना की वैज्ञानिक खेती के प्रति जागरूक करने, पेड़ी गन्ने से अधिक उपज कैसे लें, गन्ने के साथ उर्दू, मूंग, भिंडी, प्याज की सहफसली खेती तथा गन्ने की खेती में कृषि यंत्रों का प्रयोग एवं उसका लाभ विषय पर जानकारी देने के लिए अवध शुगर मिल ढाढा,हाटा कुशीनगर के द्वारा ग्राम- भगवानपुर एवं जगदीशपुर में बसंत कालीन गन्ना विकास गोष्ठी का आयोजन किया गया !
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश गन्ना किसान संस्थान प्रशिक्षण केंद्र पिपराइच, गोरखपुर के पूर्व सहायक निदेशक डॉ ओमप्रकाश गुप्ता जी ने कृषकों को बताया कि इस समय सभी किसान अपनी पेड़ी गन्ना फसल की सिंचाई करें, गुड़ाई करें !
एक एकड़ पेड़ी गन्ने में 50 किलो डीएपी या चार बोरी सिंगल सुपर फास्फेट, 50 किलोग्राम यूरिया, 40 किलोग्राम म्यूरेट आफ पोटाश जड़ों के निकट प्रयोग करें! जिन स्थानों पर गन्ने का पौधा नहीं है
उस खाली स्थान पर एक आंख से तैयार गन्ना का पौधा रोपाई करें । पौधा गन्ना में कल्ले निकलते समय सिंचाई करके 50 किलोग्राम यूरिया प्रति एकड़ प्रयोग करें ।
पेड़ी गन्ना फसल में पेड़ी प्रबंधन यंत्र से गुड़ाई करें ,ऑटोमेटिक केन प्लांटर से गन्ने की बुवाई करें इससे लागत घटेगी।
गन्ने के साथ उर्दू मूंग लोबिया भिंडी की बुवाई करें । बसंत कालीन गन्ना गोष्ठी में ढाढा चीनी मिल के उप गन्ना प्रबधक राजेश मौर्य जी व भास्कर सिंह जी ने संयुक्त रूप से बताया कि बीज गन्ना उपचार के लिए
हेक्जास्टाफ, कीटनाशक, खाद,कृषि यंत्र अनुदान पर दिया जा रहा है। कृषकों के खेतों पर बीज गन्ना आरक्षित किया गया है।
गन्ना सुपरवाइजर रमाकांत कश्यप व रामभरोसे जी ने बताया कि Co118 , Co15023 बीज गन्ना उपलब्ध है जिसको किसानो को में वितरण किया जा रहा है ।
सिगल सुपर फास्फेट, मृदा कल्प पोटाश उर्वरक वितरण किया जा रहा है। किसान धर्मेंद्र गुप्ता जी ने बताया कि एक आंख का पौधा तैयार रोपाई कराया कराया गया है।
प्रमुख कृषक जयप्रकाश सिंह रामचरण, जनार्दन सिंह, महंत यादव, जय नारायण, विनोद सिंह जय राम सिंह जय हिंद रंजीत गोरख सिंह जागबली चौहान, श्री कान्त तिवारी एवं अन्य अधिक सख्या में सभी कृषक भाई मीटिंग में उपस्थित रहे .l