मॉस्को: रूस द्वारा यूक्रेन पर हमला (Russia attacked Ukraine) किए जाने के बाद NATO (North Atlantic Treaty Organization) ने एक बड़ा ऐलान कर दिया है। NATO के चीफ जेन्स स्टोलटेनबर्ग (Jens Stoltenberg) ने कहा कि, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) और उनके समकक्ष यूक्रेन पर रूस के हमले के मद्देनजर अपने सहयोगी देशों की रक्षा के लिए सेना की तैनाती करने पर सहमत हुए हैं। जेन्स स्टोलटेनबर्ग आगे ने कहा कि, नेताओं ने नाटो प्रतिक्रिया बल की कुछ त्वरित तैनात होने वाली टुकड़ियों को भेजने का निर्णय लिया है।
हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि कितने जवानों की तैनाती वहाँ की जाएगी। मगर स्टोलटेनबर्ग कहा कि, इस कदम में जमीनी, समुद्री और वायु शक्ति शामिल है। सूत्रों के मुताबिक, बताया जा रहा है कि रूस के रोमानिया में एक जहाज पर हमला होने के बाद ये फैसला लिया जा रहा है। दरअसल, रोमानिया NATO का ही एक सदस्य है। NATO चीफ जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि, रूस का उद्देश्य केवल यूक्रेन तक ही सीमित नहीं है। ऐसे में सहयोगी देशों में जमीन पर, समुद्र और हवा में NATO की रिस्पांस फोर्स की टुकड़ियों को तैनात करने का फैसला किया गया है।
आपको बता दें, स्टोलटेनबर्ग ने आगे कहा कि, यूक्रेन पर किया गया रूस द्वारा हमला यूक्रेन पर हमले से कहीं अधिक है। यह यूक्रेन में रह रहें बेगुनाह लोगों पर एक विनाशकारी भयानक हमला तो है ही, मगर यह पूरे यूरोपीय सुरक्षा व्यवस्था पर भी एक हमला है, और यही वजह है कि, जिसके कारण हम इस घटना को इतनी गंभीरता से ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि, रूस का निशाना यूक्रेन की सरकार को बदलना है। मैं यूक्रेन के सशस्त्र बलों के प्रति अपना सम्मान प्रकट करूँगा, जो वास्तव में काफी बड़ी हमलावर रूसी सेना के खिलाफ लड़कर और खड़े होकर अपनी बहादुरी और साहस को पूरी दुनिया के सामने साबित कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें